3 जून, साल 1915 में नोबेल पुरस्कार विजेता, बांग्ला लेखक और कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर को ब्रिटिश सरकार ने नाइटहुड यानि सर की उपाधि से नवाज़ा था। लेकिन, 13 अप्रैल 1919 में हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोधस्वरूप उन्होंने नाइटहुड की उपाधि ब्रिटिश सरकार को लौटा दी।जलियांवाला बाग हत्याकांड से टैगोर को भारी धक्का पहुंचा. उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की और नाइटहुड की उपाधि अंग्रेज सरकार को लौटा दी.