स्थितिज ऊर्जा
किसी वस्तु की वह ऊर्जा जो उसकी स्थिति अथवा विरूपण के कारण होती है स्थितिज ऊर्जा कहलाती है।
अर्थात जब किसी किसी जलाशय बांध, नदी इत्यादि के स्थिर जल को प्रवाहित कर उस से विद्युत ऊर्जा उत्पन्न की जाती है
- स्प्रिंग बल और गुरुत्वाकर्षण बल जैसे संरक्षी बलों के खिलाफ कार्य करके प्राप्त निकाय की ऊर्जा को स्थितिज ऊर्जा कहा जाता है ।
- जमीन से ऊंचाई h पर एक निकाय की स्थिज़ ऊर्जा इस प्रकार है
⇒ P = mgh