वायुयानों के टायरों में हीलियम गैस भरी जाती है.वायुयान ऐसे यान को कहते है जो धरती के वातावरण या किसी अन्य वातावरण में उड सकता है। किन्तु राकेट, वायुयान नहीं है क्योंकि उडने के लिये इसके चारो तरफ हवा का होना आवश्यक नहीं है.आधुनिक वायुयान को सबसे पहले राइट बंधुओं ने बनाया था.वायु यान के टायर बहुत ही गति और दाब की स्थिति को सहन करते है अतः उनमें ऐसी गैस भारी जाती है कि यदि रबर का टायर फट भी जाए तो गैस के कारण आग ना लगने पाए।