बारडोली सत्याग्रह भारतीय स्वाधीनता संग्राम के दौरान वर्ष 1928 में हुआ एक प्रमुख किसान आंदोलन था, जिसका नेतृत्व वल्ल‍भ भाई पटेल ने किया था। दरअसल, 1928 में प्रांतीय सरकार ने किसानों के लगान में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी थी। इसके बाद वल्लभ भाई पटेल ने इस लगान वृद्धि का जमकर विरोध किया। हालांकि, ब्रिटिश हुकूमत वाली सरकार ने इस सत्याग्रह को कुचलने के लिए कई बड़े कदम उठाए। मगर वल्लभ भाई पटेल की दृढ़ता के आगे अंग्रेजी सरकार लाचार हो गई और अंततः विवश होकर किसानों की मांगों को मानना पड़ा। दो अधिकारियों की जांच के बाद ब्रिटिश हुकूमत ने 30 फीसदी लगान को गलत माना और उसे घटाकर 6 फीसदी कर दिया। इसी आंदोलन के बाद वल्लभ भाई पटेल को 'सरदार' नाम मिला। सत्याग्रह आंदोलन के सफल होने के बाद यहां की महिलाओं ने वल्लभ भाई पटेल को 'सरदार' की उपाधि दे दी।