80/120 मिमी. पारा
जब निलय अपने आकुंचन द्वारा धमनियों में रुधिर पंप करते है तो इस रक्त का दबाव धमनियों की दीवार पर पड़ता है। इस दबाव को रक्त-दाब कहते है। इसे सबसे पहले एस. हेल्स ने घोड़ो में मापा था। मानव का सामान्य रक्त-दाब 80/120 मिमी. पारा होता है। जिसमे 80 मिमी. पारा डायस्टोलिक और 120 मिमी. पारा सिस्टोलिक होता है। इसको स्फिग्नोमेनोमीटर यंत्र के द्वारा मापते है।