हेनरी बेकुरल, रेडियोधर्मिता की खोज करने के लिए पेरिस में जन्मे हेनरी बेकेरल को 1903 में मेरी और पियरे क्यूरी के साथ भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
सन 1896 में फ़्रांस के भौतिक वैज्ञानिक एंटोनी हेनरी बेकुरल (Antoine Henri Becquerel) ने पहली बार इसकी खोज की थी और इसके होने के सबूत पेश किये थे अर्थात प्रयोग द्वारा रेडियोऐक्टिवता के होने को सिद्ध किया था। रेडियोऐक्टिवता (Radioactivity) परमाणु नाभिक का गुण है। हेनरी बेकुरेल ने पाया कि यूरेनियम तथा थोरियम लवणों से कुछ अदृश्य किरणें स्वत: उत्सर्जित होती हैं। इन अदृश्य किरणों को बेकुरेल किरणें (Becquerel Rays) कहा गया। बाद के अध्ययनों से पता चला कि थोरियम, पोलोनियम, ऐक्टिनियम, रेडियम आदि भी रेडियोऐक्टिव पदार्थ हैं। रेडियोऐक्टिवता की इकाई क्यूरी, रदरफोर्ड एवं बेकुरेल है