वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय (Ve Baaten Jo Pustak Ke Aarambh Mein Likhee Jaay)
'वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय' वाक्यांश के लिए एक शब्द 'भूमिका/प्राक्कथन' होता है। अर्थात वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय के लिए एक शब्द भूमिका/प्राक्कथन है।
वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय के लिए एक शब्द
नीचे दी गई तालिका में Ve Baaten Jo Pustak Ke Aarambh Mein Likhee Jaay के लिए एक शब्द, अनेक शब्द तथा एक शब्द के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय के लिए अनेक शब्दों के लिए एक शब्द की सूची निम्नलिखित है-
अनेक शब्द | एक शब्द |
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वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय | भूमिका/प्राक्कथन |
Ve Baaten Jo Pustak Ke Aarambh Mein Likhee Jaay | Bhoomika/Praakkathan |
भूमिका/प्राक्कथन (Bhoomika/Praakkathan) का अर्थ
भूमिका/प्राक्कथन (Bhoomika/Praakkathan) का अर्थ वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय (Ve Baaten Jo Pustak Ke Aarambh Mein Likhee Jaay) होता है। या 'भूमिका/प्राक्कथन' का मतलब 'वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय' होता है।
आशा है कि आपको वे बातें जो पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय (भूमिका/प्राक्कथन) के लिए एक शब्द यानिकि Ve Baaten Jo Pustak Ke Aarambh Mein Likhee Jaay (Bhoomika/Praakkathan) समझ में आया होगा। यदि आपको भूमिका/प्राक्कथन वाक्यांश के लिए एक शब्द में कोई गलती मिली हो तो तो उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं, या फिर एक नया उत्तर लिखे।