शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना (Shareer Ke Lie Jitana Dhan Aavashyak Ho Usase Adhik Na Lena)
'शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना' वाक्यांश के लिए एक शब्द 'अपरिग्रह' होता है। अर्थात शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना के लिए एक शब्द अपरिग्रह है।
शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना के लिए एक शब्द
नीचे दी गई तालिका में Shareer Ke Lie Jitana Dhan Aavashyak Ho Usase Adhik Na Lena के लिए एक शब्द, अनेक शब्द तथा एक शब्द के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना के लिए अनेक शब्दों के लिए एक शब्द की सूची निम्नलिखित है-
अनेक शब्द | एक शब्द |
---|
शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना | अपरिग्रह |
Shareer Ke Lie Jitana Dhan Aavashyak Ho Usase Adhik Na Lena | Aparigrah |
अपरिग्रह (Aparigrah) का अर्थ
अपरिग्रह (Aparigrah) का अर्थ शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना (Shareer Ke Lie Jitana Dhan Aavashyak Ho Usase Adhik Na Lena) होता है। या 'अपरिग्रह' का मतलब 'शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना' होता है।
आशा है कि आपको शरीर के लिए जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना (अपरिग्रह) के लिए एक शब्द यानिकि Shareer Ke Lie Jitana Dhan Aavashyak Ho Usase Adhik Na Lena (Aparigrah) समझ में आया होगा। यदि आपको अपरिग्रह वाक्यांश के लिए एक शब्द में कोई गलती मिली हो तो तो उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं, या फिर एक नया उत्तर लिखे।