देश की अर्थव्यवस्था और जनसंख्या के आकार में घनिष्ठ सम्बन्ध होता है। जब देश में जनसंख्या वृद्धि दर अधिक होती है तब देश आर्थिक दृष्टि से कमजोर हो जाता है एवं प्रति व्यक्ति आय में कमी हो जाती है, जिससे रहन-सहन का स्तर गिरता है। अधिक जनसंख्या के कारण कुपोषण, बेरोजगारी, अशिक्षा, संसाधनों का अधिक शोषण, पर्यावरण प्रदूषण आदि समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं।