अन्ध महासागर-अन्ध महासागर में गर्म एवं ठण्डी धाराओं का प्रभाव समताप रेखाओं के वितरण पर विशेष रूप से षड़ता है। उत्तरी अन्ध महासागर में समताप रेखाएँ पश्चिम की ओर परस्पर मिलती हैं, जबकि उत्तर-पूर्व में समताप रेखाएँ दूर-दूर स्थित हैं। मध्यवर्ती अन्ध महासागर में समताप रेखाओं का वितरण बड़ा ही असंयमित है, क्योंकि यहाँ सागर एवं मौसम की दिशा अनिश्चित रहती है।
प्रशान्त महासागर-प्रशान्त महासागर में समताप रेखाएँ प्रायः अक्षांश रेखाओं के समानान्तर मिलती हैं, क्योंकि यह महासागर आकार में सबसे बड़ा है, जिससे स्थलीय क्षेत्रों एवं पवनों का विशेष प्रभाव यहाँ नहीं पड़ता है। यहाँ विषुवत् रेखा के समीपवर्ती भागों में तापमान 25° सेल्सियस पाया जाता है जो घटते-घटते 60° उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांशों के समीपवर्ती भागों में हिमांक बिन्दु के समीप पहुँच जाता है। दक्षिणी प्रशान्त महासागर में स्थलखण्ड की कमी के कारण समताप रेखाएँ लगभग पूर्व-पश्चिम दिशा में ही विस्तृत मिलती हैं।