कनिष्क (Kanishka) ने बौद्ध और जैन धर्मों के साथ-साथ हिन्दू धर्म को भी संरक्षण दिया था। वे एक प्रमुख मौर्य बौद्ध स्तूप को पुनर्निर्मित करने के लिए प्रसिद्ध हैं और उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रोत्साहन भी दिया। वे एक महत्वपूर्ण बौद्ध सम्मेलन का आयोजन करने के लिए जाने जाते हैं जिसमें बौद्ध धर्म के प्रतिनिधित्व में महत्वपूर्ण चर्चाएं हुईं।
कनिष्क का समय लगभग 1st और 2nd सदी के बीच था, और उन्होंने गुप्त साम्राज्य के साथ एक प्रसिद्ध राजा के रूप में अपनी प्राधिकृति का प्रदर्शन किया। उनके शासनकाल में भारतीय धर्मों का संघटन और विकास हुआ और वे एक प्रमुख समर्थक और प्रचारक बने।