नूरजहां का वास्तविक नाम मेहरुन्निसा था। उसके पिता ने उसका विवाह एक सैनिक 'शेर अफगन' से कर दिया। शेर अफगन की 1607 में मृत्यु के बाद उसकी सुन्दरता और व्यक्तित्व पर मुग्ध जहांगीर ने 1611 में मेहरून्निसा से विवाह कर उसे 'नूरमहल' की उपाधि प्रदान की नूरजहां का इतना प्रभाव था कि उसकी अनुमति के बिना शासन का कोई भी कार्य नहीं हो सकता था। '