रजिया की असफलता का सबसे बड़ा कारण तुर्क अमीरों का षडयंत्र और उनकी महत्वकांक्षा माना जाता है। रजिया को दिल्ली के सभी नागरिक तथा अधिकारियो का समर्थन प्राप्त नही था । उसे केवल साधारण जनता का ही समर्थन प्राप्त था। प्रधानमंत्री जुनैदी तथा अन्य तुर्क सरदारो ने सदैव रजिया का विरोध किया। वे अपनी इच्छानुसार सम्राट का चुनाव करना चाहते थे। इससे अन्य प्रांतीय सम्राटो को भी विद्रोह करने के लिये प्रेरणा प्राप्त हुई।