मध्यकाल में विवाह कर विजयनगर राज्य, में लिया जाता था तथा विधवा पुनर्विवाह को इस कर से मुक्त रखा गया था। विवाह, जिसे शादी भी कहा जाता है, दो लोगों के बीच एक सामाजिक या धार्मिक मान्यता प्राप्त मिलन है जो उन लोगों के बीच, साथ ही उनके और किसी भी परिणामी जैविक या दत्तक बच्चों तथा समधियों के बीच अधिकारों और दायित्वों को स्थापित करता है।