राजमुंदरी सोशल रिफार्म एसोसिएशन की स्थापना कंदुकूरी वीरेशलिंगम ने की थी। वीरेशलिंगम तेलुगु साहित्य के आधुनिक काल के प्रसिद्ध साहित्यकार एवं समाज सुधारक थे। उन्हें 'गद्य ब्रह्मा' के नाम से ख्याति मिली। सनातनपंथी ब्राह्मण परिवार में जन्मे वीरशलिंगम जाति-पांति के कट्टर विरोधी थे। वीरशलिंगम का जीवन लक्ष्य आदर्श नहीं, बल्कि आचरण था।