गांधीजी के आन्दोलनों को ‘राजनीतिक फिरौती’ लॉर्ड लिनलिथगो वायसराय ने कहा था। लॉर्ड लिनलिथगो का पूरा नाम 'विक्टर अलेक्ज़ेण्डर जॉन होप लिनलिथगो' था। इसका जन्म 24 सितम्बर 1887 ई. में ऐबरकॉर्न, वेस्ट लोथियन, स्कॉटलैण्ड, इंग्लैण्ड में हुआ, और मृत्यु 5 जनवरी, 1952 ई. में ऐबरकॉर्न में हुई थी। लॉर्ड लिनलिथगो ब्रिटिश राजनेता और 1936 ई. से 1943 ई. तक भारत का सबसे लम्बे समय तक वाइसराय रहा, जिसने 'द्वितीय विश्वयुद्ध' के दौरान यहाँ ब्रिटिश उपस्थिति के विरोध का दमन किया।