1942 में ब्रिटिश सरकार ने क्रिस्प मिशन भारत द्वितीय विश्व युद्ध मे भारतीयों का समर्थन प्राप्त करने हेतु भेजा था। द्वितीय विश्व युद्ध में भारतीयों का सहयोग प्राप्त करने की इच्छा, युद्ध के मोर्चे पर मित्र राष्ट्रों की स्थिति खराब होने तथा विश्व जनमत के दबाव के कारण ब्रिटिश सरकार ने क्रिप्स को भारत भेजा। क्रिप्स ने 22 मार्च 1942 को भारत पहुँचकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों से विचार-विमर्श किया। भारत के वैधानिक गतिरोध को दूर करने के लिए क्रिप्स अपने साथ निश्चित प्रस्ताव लाया था।