इंदिरा गांधी नहर सतलुज नदी से निकलती है। इस नहर को राजस्थान की जीवन रेखा माना जाता है। इसका पुराना नाम "राजस्थान नहर" था। यह राजस्थान प्रदेश के उत्तर-पश्चिम भाग में बहती है। यह पंजाब के हरिके बैराज से निकाली गई है। इस नहर के बन जाने से राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थली जिलों जैसलमेर एवं बाड़मेर में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो गई है। 31 मार्च, 1958 को इस योजना का शुभांरभ हुआ जबकि दो नवंबर 1984 को इसका नाम इंदिरा गांधी नहर परियोजना कर दिया गया।