आकाश मे टूटे हुए एक तारे को उल्का कहते हैं। उल्का (Meteoroid) एक ठोस आकाशीय पिंड होता है, जो वायुमंडलीय में प्रवेश करते ही घर्षण के कारण जल उठता है तथा चमकीले प्रकाश उत्पन्न करता हैं। ये टूटते हुए तारे की भांति प्रतीत होते हैं। यह उल्कापात के रूप में पृथ्वी पर गिरते हैं। जिसमें लोहा तथा निकेल के अंश की प्रधानता होती हैं।