कूनो राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1981 में हुई थी | इसके प्रश्चात 1990 के दशक में इस अभयारण्य में एशियाई शेरों प्रजनन परियोजना को लागू करने के लिए एक संभावित क्षेत्र के रूप में चुना गया इसके बाद वर्ष 2009 में इस वन्यजीव अभयारण्य के आसपास के 924 वर्ग किलोमीटर ( 357 वर्ग मील ) के क्षेत्र को बफर जोन के रूप में मानव बस्तियों में जोड़ा गया था 2009 में , कुनो वन्यजीव अभयारण्य को भारत में चीता के पुनः उत्पादन के लिए एक संभावित स्थल के रूप प्रस्तावित किया गया था दिसंबर 2018 में मध्यप्रदेश सरकार ने कूनो वन्यजीव अभयारण्य को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया और संरक्षित क्षेत्र को 413 वर्ग किलोमीटर ( 159 वर्ग मील ) तक बढ़ा दिया गया ।