लठमरवा भोज थारू जनजाति में प्रचलित है | थारू समुदाय के मानक पकवानों में दो प्रमुख ‘बगिया' या 'ढिकरी' तथा घोंघी हैं। बगिया (ढिकरी) चावल के आटे का उबला हुआ एक पकवान है, जिसे चटनी या सालन के साथ खाया जाता है। थारू शब्द की उत्पत्ति प्राय: "ठहरे", "तरहुवा", "ठिठुरवा" तथा "अठवारू" आदि शब्दों में खोजी गई है। ये स्वयं अपने को मूलत: सिसोदिया वंशीय राजपूत कहते हैं। थारुओं के कुछ वंशगत उपाधियाँ (सरनेम) हैं: राणा, कथरिया, चौधरी।