कोरोना वायरस आरएनए वायरस है| जिसका अनुवांशिक जीनोम का निर्माण आरएनए नाभिकीय अम्ल से हुआ हो। यह नाभिकीय अम्ल आमतौर पर एक रेशे में संगठित होता है, यानि एकरेशीय आरएनए (single-stranded RNA, ssRNA) होता है, हालांकि कुछ आरएनए वायरस में द्विरेशीय आरएनए (double-stranded RNA, dsRNA) भी मिलता है। आरएनए वायरस की उत्परिवर्तन दर (Mutation rate) डीएनए वायरस की तुलना में काफी ज्यादा होती है। जिसके कारण इनमें आनुवंशिक विविधता आ जाती है और इसके खिलाफ प्रभावी टीके का निर्माण काफी कठिन हो जाता है।