देवदास बंजारे पंथी नृत्य क्षेत्र से जुड़े थे | अपनी नदियों, जंगल, पहाड़ों के लिए मशहूर छत्तीसगढ़ अपनी लोक कलाओं के लिए भी जाना जाता है। पंथी गीतों में गुरू घासीदास का चरित्र गायन किया जाता है। इसमें रैदास, कबीर और दादू के आध्यात्मिक संदेश भी पाए जाते हैं। माघी पूर्णिमा या किसी त्यौहार पर 'जैतखम्ब' की स्थापना करते हैं और परम्परागत ढंग से नाचते-गाते हैं।