भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी बैरन में स्थित है। अंडमान सागर में स्थित बैरन द्वीप दक्षिण एशिया का एकमात्र समनुरूप सक्रिय ज्वालामुखी है। 1787 में दर्ज प्रथम विस्फोट के बाद, इसमें 1789, 1795, 1803—04 और 1852 में विस्फोट दर्ज किया गया था। यह अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह का एक भाग है। द्वीप (निर्देशांक: 12°16′N 93°51′E) भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। यह द्वीप लगभग 3 किलोमीटर में फैला है। यहां का ज्वालामुखी 28 मई 2005 में फटा था। तब से अब तक इससे लावा निकल रहा है।