सर्वप्रथम खगोल शास्त्री कॉपरनिकस ने बताया था कि पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है
कॉपरनिकस के पहले पश्चिमी जगत में यह माना जाता था कि सूर्य पृथ्वी का चक्कर लगाता है ना कि पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है । कॉपरनिकस ने ना सिर्फ यह बताया कि पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है, बल्कि उन्होंने यह भी बताया कि पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाने के साथ ही साथ अपने अक्ष पर भी लगातार घूमती रहती है ,यही नहीं उनका कहना था कि ब्रह्मांड का केंद्र सूर्य है ( बाद में आने वाले खगोल शास्त्रियों ने बताया कि ब्रह्मांड का केंद्र सूर्य नहीं है परंतु सौरमंडल का केंद्र सूर्य है )।