भारत में डाक प्रथा का प्रचलन शेर शाह सूरी ने किया था | शेर शाह सूरी तीन परकार के सिकका चलवलें। शेर शाह से पहिले रूपिया चानी के सिक्का के कहल जात रहे बाकिर शेर शाह सूरी, एक रूपिया मे लागे वाला चानी के भार के निश्चित (178 ग्राम) कई दिहलन, एही रूपिया आजो भारत के मुद्रा बाटे। 1543 मे शेर शाह सूरी एगो 80,000 लड़ाका वाला बिसाल सेना लेके मरवाड़ के राजा मालदेव राठौर से जुध कइलन आ हुनकरा हरा देलन आ जोधपुर प अधिकार हासिल कई लिहलन।