यह नागरिक गलतियों के खिलाफ उपचार से संबंधित है। यह असंहिताबद्ध कानून है यानी, भारत में कोई टॉर्ट्स अधिनियम नहीं है। जब भी किसी व्यक्ति के कानूनी अधिकार का उल्लंघन होता है, जैसे प्रतिष्ठा का अधिकार, संपत्ति का अधिकार, आदि, तो वह अपकृत्य के कानून के तहत मानहानि, अतिचार आदि के लिए कार्रवाई कर सकता है।