प्रजा ही रहने दो के लेखक/नाटककार/रचयिता
प्रजा ही रहने दो (Praja Hee Rahane Do) के लेखक/नाटककार/रचयिता (Lekhak/Natakkar/Rachayitha) "गिरिराज किशोर" (Giriraaj Kishor) हैं।
Praja Hee Rahane Do (Lekhak/Natakkar/Rachayitha)
नीचे दी गई तालिका में प्रजा ही रहने दो के लेखक/नाटककार/रचयिता को लेखक/नाटककार तथा नाटक के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। प्रजा ही रहने दो के लेखक/नाटककार/रचयिता की सूची निम्न है:-
रचना/नाटक | लेखक/नाटककार/रचयिता |
---|
प्रजा ही रहने दो | गिरिराज किशोर |
Praja Hee Rahane Do | Giriraaj Kishor |
प्रजा ही रहने दो किस विधा की रचना है?
प्रजा ही रहने दो (Praja Hee Rahane Do) की विधा का प्रकार "नाटक" (Natak) है।
आशा है कि आप "प्रजा ही रहने दो नामक नाटक के लेखक/नाटककार/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको प्रजा ही रहने दो के लेखक/नाटककार/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो तो उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।