घाटियाँ गूंजती हैं के लेखक/नाटककार/रचयिता
घाटियाँ गूंजती हैं (Ghaatiyaan Goonjatee Hain) के लेखक/नाटककार/रचयिता (Lekhak/Natakkar/Rachayitha) "शिवप्रसाद सिंह" (Shivaprasad Singh) हैं।
Ghaatiyaan Goonjatee Hain (Lekhak/Natakkar/Rachayitha)
नीचे दी गई तालिका में घाटियाँ गूंजती हैं के लेखक/नाटककार/रचयिता को लेखक/नाटककार तथा नाटक के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। घाटियाँ गूंजती हैं के लेखक/नाटककार/रचयिता की सूची निम्न है:-
रचना/नाटक | लेखक/नाटककार/रचयिता |
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घाटियाँ गूंजती हैं | शिवप्रसाद सिंह |
Ghaatiyaan Goonjatee Hain | Shivaprasad Singh |
घाटियाँ गूंजती हैं किस विधा की रचना है?
घाटियाँ गूंजती हैं (Ghaatiyaan Goonjatee Hain) की विधा का प्रकार "नाटक" (Natak) है।
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