कम्प्यूटर माउस की खोज
वर्ष 1960 में माउस का आविष्कार 'डग कार्ल एंजेलबर्ट' (Douglas Engelbart) ने स्टैण्डफोर्ड रिसर्च सेन्टर में किया था।
डग एंजेलबर्ट को 'संगणक माउस' के आविष्कारक के साथ हाइपरटेक्स्ट, सहयोगी सॉफ्टवेयर व इंटरएक्टिव कम्यूटिंग के रूप में जाना जाता हैं।
माउस का शुरूआती नाम 'X-Y पोजीशन इंडिकेटर फॉर ए डिस्प्ले सिस्टम' रखा गया था।
पहला माउस लकड़ी का बना हुआ था जिसमे धातु के 2 पहिये लगे हुए थे यह माउस, प्रथम पीढी के कंप्यूटर के समय बनाया गया था, तब कंप्यूटर कमरे के आकार का होता था।
वर्ष 1968 में डग एंजेलबर्ट ने सैन फ्रांसिसको में माउस का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन किया। जिसमे उन्होंने पहले 'विडियो टेलीकांफ्रेंस' का भी प्रदर्शन किया और अपने सिद्धांत 'टेक्स्ट आधारित लिंक' की व्याख्या की थी।
इस उपकरण का नाम ‘माउस (Mouse)’ इसलिए है क्योंकि इसका आकार चूहे से मिलता जुलता है।
माउस, कंप्यूटर स्क्रीन को पिक्सल या डी.पी.आई (Dot par inch) में विभाजित कर देता है। स्क्रीन की DPI अधिक होने पर ग्राफिक्स भी बेहतर बनते हैं।
सबसे पहले एप्पल लिसा (Apple Lisa) कंप्यूटर एप्लीकेशन के साथ Mouse का उपयोग किया गया था।