Spam
इंटरनेट पर लोगों को संदेश या विज्ञापन बार-बार भेजना जिसका उन्होंने अनुरोध नहीं किया है स्पैम कहलाता है । अर्थात अवांछित संदेश या विज्ञापन लोगों को भेजना स्पैम कहलाता है ।
आप अगर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपको भी स्पैम संदेशों, प्रमोशनल ईमेल्स से जूझना पड़ता होगा। लेकिन इनसे ज़्यादा सावधान रहने की ज़रूरत है वायरस और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी से।
साइबर दुनिया एक ऐसी जगह हो गई है जहां सावधानी हटी तो दुर्घटना घटने की आशंका बहुत ज़्यादा है ।
Spam से बचने के लिए कुछ टिप्स :-
सिक्योर प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करें :
सिक्योर प्रोटोकॉल यानी जो लिंक खुले उसके ऊपर HTTPS है या नहीं । यहां S सबसे ज़रुरी है । ये उन वेबसाइटों के लिए जिसके ज़रिए आप क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते हैं । अगर S नहीं है लिंक में तो खरीदारी करने से पहले दस बार सोचें ।
लिंक्स क्लिक न करें :-
सोशल मीडिया पर या ईमेल पर जब परिचित या अपरिचित कोई लिंक भेजे जिसमें कोई आम सा या चौंकाने वाला संदेश हो। ऐसे संदेशों वाले लिंक आम तौर पर वायरस होते हैं। एक बार क्लिक किया तो ये फिर आपकी प्रोफाइल को करप्ट कर देते हैं। ईमेल पर अनजाने लोगों या कंपनियों से आने वाले बिजनेस प्रस्तावों के ज़रिए धोखाधड़ी आम हो गई है, इनसे बचें ।
पासवर्ड :-
पासवर्ड सबसे ज़रूरी हिस्सा हैं आपकी सुरक्षा का । पासवर्ड कभी भी अपने परिवार वालों के नाम पर या अपने बच्चों के बर्थडे की तारीखों से न रखें.ये हैक करने में आसान होते हैं । पासवर्ड में अक्षर, नंबर और संकेतों का इस्तेमाल करें । कुछ कुछ समय पर इसे बदलते रहें । किसी भी वेबसाइट पर पासवर्ड याद रखने के विकल्प रिमेंमबर मी को क्लिक न करें ।
मोबाइल यूज़र रखें विशेष ध्यान :-
अगर आप मोबाइल के ज़रिए शॉपिंग करते हैं या सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो खास ध्यान रखें । इस्तेमाल के बाद देख लें कि मोबाइल लॉक हो गया है । जल्दबाज़ी में मोबाइल लॉक हुए बिना जेब में रखे जाने से कोई भी गलत बटन दब सकता है और आप नुकसान में पड़ सकते हैं ।
एंटी वायरस अपडेट रखें :-
आप सबने सुना होगा कि नए कंप्यूटर में सिक्योरिटी बहुत अच्छी होती है। एपल के कंप्यूटर खासे जाने-माने हैं। हालांकि कंप्यूटर भी गलती करते हैं और हमसे-आपसे भी गलती होती है। इसलिए सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर या एंटी वायरस सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें। इससे नए वायरसों को पहचानने में मदद मिलेगी ।